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पवन ओझा टेक : हमारी टेक्नोलॉजी जैसे जैसे आगे बढ़ रही है साइबर खतरा उतना ही बढ़ता जा रहा है . आजकल साइबर क्राइम इतना बढ़ गया है की हैकर यूजर के जानकारी चुराने के लिए नए नए तरीको का इस्तेमाल करते है . आपको बता दे की हैकर हैकिंग के लिए बहुत से तरीको का इस्तेमाल करते है जिसमे से एक तरीका है फिशिंग, यह एक ऐसा प्रोसेस है जिसके माध्यम से हैकर यूजर का यूजरनाम और पासवर्ड को एक्सेस कर सकता है . हाल ही के दिनों में हमने देखा है की फिशिंग का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जा रहा है और खबर ऐसी भी सामने आई है की यूजर के UserName और पासवर्ड को एक्सेस करने के लिए हैकर Google Translator का इस्तेमाल कर रहे है .
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वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें की फिशिंग काफी पुराना ट्रिक है, लेकिन हाल के दिनों में इसका इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जा रहा है . फिशिंग के जरिये हैकर पॉपुलर वेबसाइट की फेक पेज बनाकर यूजर को ठगने का काम कर रहे है . इन फेक पेज को आसानी से कोई भी नहीं पहचान सकता और यूजर्स बिना दो बार सोचे उस साइट पर अपने यूजरनेम और पासवर्ड से लॉगइन भी कर लेते हैं . इतना ही नहीं हैकर्स अपनी फेक साइट और पेज को असली बताने के लिए ऑरिजनल साइट और पेज की तरह स्क्रीन पर आपको सिक्यॉरिटी पॉप-अप वाले मेसेज भी देते रहते हैं जिससे किसी भी यूजर को इस बात का भनक तक नहीं लगता की वह गलत यानी फेक साईट पर अपने अकाउंट को लॉगिंग किया है .
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हैकर्स फिशिंग के लिए फेक पेज बनाने के लिए किसी जानी-मानी साइट्स के सभी विजुअल एलिमेंट्स को बड़ी बारीकी से कॉपी कर लेते है जिसके बाद उसे दूसरे डोमेन पर होस्ट भी करते हैं . हालांकि हैकर्स द्वारा अपनाए जा रहे स्कैम के इस तरीके को आसानी से पकड़ा भी जा सकता है, लेकिन हैकर्स यूजर्स के दो कदम आगे चलने में माहिर होते हैं . बता दें कि फिशिंग के लिए हैकर्स अब गूगल ट्रांसलेट का भी इस्तेमाल कर रहे हैं . गूगल ट्रांसलेट की मदद से वे फेक यूआरएल मास्क भी कर लेते हैं . मास्किंग के जरिए हैकर्स यूजर्स को यह यकीन दिलाने में भी कामयाब हो जाते हैं कि वे जिस वेबसाइट पर हैं वह बिलकुल ऑरिजलन है .
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हाल ही में ऐसी कई घटनाओं का उजागर हुआ है . इनमें यूजर्स के मेल पर अनधिकृत लॉग-इन की चेतावनी भी देता हुआ एक ईमेल भी आता था . इस मेल में यूजर्स को उनके ईमेल की सिक्यॉरिटी के लिए एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता था . यह नोटिफिकेशन बिल्कुल गूगल के ऑरिजनल नोटिफिकेशन की तरह ही दीखता है जिससे कोई भी उसको पहचान नहीं पाता, लेकिन यूजर जब इसपर क्लिक करते थे, तो यह अगले स्टेप पर जाने के लिए यह www[dot]translate[dot]google[dot]com का यूज करता था . इतना ही नहीं हैकर्स ने इस फर्जी लिंक में गूगल लॉग इन पेज के सभी एलीमेंट्स को भी बड़ी चालाकी से कॉपी करके इसे असली दिखाने की कोशिश भी अपने हद तक की थी जिसमें वह काफी हद तक कामयाब भी रहे .
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हैकिंग की इन घटनाओं से बचने के लिए यूजर्स को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। आमतौर पर गूगल, फेसबुक या कोई भी ऐसी वेबसाइट एक खास तरह के ईमेल अड्रेस से अपने यूजर्स को नोटिफिकेश तो जरुर से भेजती हैं . अगर यूजर्स को इन ईमेल अड्रेस के अलावा किसी संदिग्ध ईमेल से ऐसा नोटिफिकेशन मेसेज मिले तो उस लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी पूरी जांच कर लेना उनके आगे के सुरक्षित जानकारी के लिए बेहतर होगा . गूगल अकाउंट्स के साथ फिशिंग की घटनाएं भी आए दिन रिपोर्ट की जा रही है, लेकिन गूगल की तरफ से ऐसी घटनाओं के बारे में कोई ऑफिशल बयान जारी नहीं किया गया है .
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